प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और बेघर लोगों को अपना पक्का घर बनाने में मदद करती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि 2024 तक हर गरीब परिवार के पास अपना एक पक्का मकान हो।PMAY-G के तहत, सरकार चुने गए लाभार्थियों को घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता देती है।
इस योजना में शामिल होने के लिए लोगों को अपना नाम PMAY-G की सूची में दर्ज कराना होता है। 2024 की नई सूची जारी हो चुकी है जिसमें इस साल के लाभार्थियों के नाम शामिल हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण क्या है?
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एक केंद्र सरकार की योजना है जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है। इस योजना की शुरुआत 1 अप्रैल 2016 को हुई थी। इसके तहत सरकार का लक्ष्य 2024 तक 2.95 करोड़ पक्के मकान बनवाना है।इस योजना की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
विशेषता | विवरण |
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लक्ष्य | 2024 तक 2.95 करोड़ पक्के मकान बनाना |
लाभार्थी | ग्रामीण गरीब परिवार |
सहायता राशि | मैदानी क्षेत्रों में 1.20 लाख रुपये, पहाड़ी क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये |
मकान का क्षेत्रफल | कम से कम 25 वर्ग मीटर |
अतिरिक्त सुविधाएं | शौचालय, बिजली कनेक्शन, पानी की सुविधा आदि |
चयन प्रक्रिया | सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के आधार पर |
कार्यान्वयन | ग्राम पंचायत के माध्यम से |
PMAY-G सूची 2024 की मुख्य बातें
- 2024 की नई सूची जारी हो चुकी है जिसमें इस वित्तीय वर्ष के लाभार्थियों के नाम शामिल हैं।
- सूची में शामिल लोगों को घर बनाने के लिए सरकारी सहायता मिलेगी।
- लाभार्थियों का चयन सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के आंकड़ों के आधार पर किया गया है।
- सूची में गरीबी रेखा से नीचे के परिवार, बेघर लोग और कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों को प्राथमिकता दी गई है।
- हर राज्य के लिए अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।
PMAY-G सूची में नाम कैसे चेक करें
अपना नाम PMAY-G की सूची में चेक करने के लिए आप निम्न तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं:
- ऑनलाइन चेक करने का तरीका:
- PMAY-G की आधिकारिक वेबसाइट pmayg.nic.in पर जाएं
- “Citizen Assessment” पर क्लिक करें
- “Track Your Assessment Status” चुनें
- अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या व्यक्तिगत जानकारी भरें
- “Submit” पर क्लिक करके अपना स्टेटस देखें
- मोबाइल ऐप से चेक करने का तरीका:
- Google Play Store से “PMAY-G” ऐप डाउनलोड करें
- ऐप में लॉगिन करें
- “Beneficiary Details” पर क्लिक करें
- अपनी जानकारी भरकर स्टेटस चेक करें
- ग्राम पंचायत कार्यालय में जाकर:
- अपने नजदीकी ग्राम पंचायत कार्यालय में जाएं
- वहां लगी PMAY-G की सूची में अपना नाम देखें
- या फिर पंचायत के कर्मचारी से पूछकर जानकारी लें
PMAY-G के लिए पात्रता मानदंड
PMAY-G का लाभ लेने के लिए निम्न पात्रता मानदंड पूरे करने होंगे:
- आवेदक का परिवार ग्रामीण क्षेत्र में रहता हो
- परिवार के पास अपना पक्का मकान न हो या कच्चे/जर्जर मकान में रहता हो
- सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के आंकड़ों में गरीबी रेखा से नीचे का परिवार हो
- अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग या अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित हो
- विधवा या अकेली महिला के नेतृत्व वाला परिवार हो
- दिव्यांग व्यक्ति का परिवार हो
- बंधुआ मजदूर या मैनुअल स्कैवेंजर का परिवार हो
PMAY-G के लिए आवेदन प्रक्रिया
PMAY-G के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- अपने नजदीकी ग्राम पंचायत कार्यालय में जाएं
- वहां से PMAY-G आवेदन फॉर्म प्राप्त करें
- फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी सही-सही भरें
- निम्न दस्तावेज साथ में लगाएं:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की कॉपी
- राशन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- फोटो
- भरा हुआ फॉर्म और सभी दस्तावेज ग्राम पंचायत कार्यालय में जमा करें
- आवेदन जमा करने की रसीद लें और उसे संभालकर रखें
- ग्राम सभा द्वारा आवेदनों की जांच की जाएगी
- चयनित लाभार्थियों की सूची तैयार की जाएगी
- अंतिम सूची ग्राम पंचायत में प्रदर्शित की जाएगी
PMAY-G के तहत मिलने वाली सहायता
PMAY-G के तहत लाभार्थियों को निम्न सहायता प्रदान की जाती है:
- मैदानी क्षेत्रों में 1.20 लाख रुपये और पहाड़ी/दुर्गम क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये की वित्तीय सहायता
- मनरेगा के तहत 90-95 दिन का अकुशल श्रम
- स्वच्छ भारत मिशन के तहत 12,000 रुपये शौचालय निर्माण के लिए
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन
- प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना के तहत बिजली कनेक्शन
- पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय की योजनाओं के तहत पानी का कनेक्शन
PMAY-G के तहत मकान निर्माण प्रक्रिया
PMAY-G के तहत मकान निर्माण की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- लाभार्थी का चयन होने के बाद उसे स्वीकृति पत्र दिया जाता है
- लाभार्थी को बैंक में खाता खोलना होता है
- पहली किस्त के रूप में 30,000 रुपये लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं
- लाभार्थी मकान की नींव रखता है
- नींव पूरी होने पर दूसरी किस्त 60,000 रुपये जारी की जाती है
- लिंटल लेवल तक निर्माण पूरा होने पर तीसरी किस्त 30,000 रुपये दी जाती है
- मकान पूरा होने पर अंतिम किस्त जारी की जाती है
- पूरे निर्माण की निगरानी ग्राम पंचायत द्वारा की जाती है
- मकान पूरा होने पर लाभार्थी को कब्जा सौंप दिया जाता है